विश्व हिन्दू परिषद का गठन 1964 में हुआ। गठन के पश्चात ही विभिन्न कारणों से सेवा कार्यों की
शुरुआत हुई। समाज, व्यक्ति व स्थानीय आवश्यक्ताओं के अनुरूप स्थान-स्थान पर छोटे बड़े सभी तरह के
कार्य प्रारम्भ हुए।
आज देश के लगभग 90 प्रतिशत राज्यों में व 40 प्रतिशत जिलों तक अपने कार्य पहुँच गये हैं। कुल सेवा
केंद्रों और प्रकल्पों की संख्या एक लाख को पार कर चुकी है। हमारा लक्ष्य आगामी 4-5 वर्षों में 1000
जिलों तक पहुंचना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र से लेकर प्रखंड/जिला स्तर तक नियमित
बैठकें होती हैं। जिसमे कार्य की प्रगति, व्यवस्था और विस्तार पर विचार होता है। प्रति 5 वर्षों के
अंतराल से हर प्रान्त में प्रान्त स्तर पर सेवा कुम्भ कार्यक्रम का आयोजन होता है।